सदर थाना कांड संख्या 792/25 के अनुसंधानकर्त्ता को बदलने एवं चोरी की समान की बरामदगी की मांग को लेकर दिया धरना

पीड़ित परिवार ने धरना के बाद आमरण अनशन व आत्मदाह करने की कही बात

पीड़ित परिवार ने अनुसंधानकर्त्ता के द्वारा केस में लापरवाही बरतने का लगाया आरोप

पीड़ित परिवार ने कहा अनुसंधानकर्त्ता व चिन्हित चोरों में है मिलीभगत

सहरसा:-स्टेडियम परिसर के बाहरी भू-भाग में पीड़ित परिवार व आमजनों के द्वारा सदर थाना कांड संख्या 792/25 के अनुसंधानकर्त्ता खुशबू कुमारी के द्वारा लापरवाही बरतने, अनुसंधानकर्त्ता को बदलने एवं चोरी की समान की बरामदगी की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरना में मौजूद लोगों ने अनुसंधानकर्त्ता को बदलने, चोरी की समान की बरामदगी व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।           धरना के बाद एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मिलकर मांग से संबंधित स्मार पत्र सौपा। धरना की अध्यक्षता माले नेता विक्की राम व संचालन सीपीआई नेता शंकर कुमार ने किया। धरना में मौजूद न्यू कॉलिनी वार्ड नंबर 8/39 निवासी पीड़ित चंचल सिंह ने बताया कि चोरी की घटना के महीने हो गया है लेकिन अभी तक सदर थाना कांड संख्या 792/25 का सफल उद्भेदन नहीं हो पाया है। उल्टे हमें केस के अनुसंधानकर्त्ता के द्वारा हमारे द्वारा चिन्हित लोगों का नाम देने के बाद भी चोरों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही हैं। पीड़ित ने केस के अनुसंधानकर्त्ता को बदलने की मांग करते हुए कहा की अनुसंधानकर्त्ता के द्वारा हमें यह कहा गया कि कोई भी वरीय पदाधिकारी व किसी भी बड़े सरकार के उच्च पदाधिकारी के पास जाइए हम आपके कांड के अनुसंधान में आपके द्वारा चिन्हित चोर को नहीं पकड़ेंगे।       इससे साफ जाहिर होता है कि अनुसंधानकर्त्ता व चिन्हित चोरों में मिलीभगत है। पीड़ित ने कहा कि हम सभी वरीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाकर थक चुके है लेकिन कहीं से मुझे न्याय नहीं मिला। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री, डीजीपी, आइजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे। घटना के बाद से मेरी पत्नी की हालत नाजुक बनी हुई है। यदि हमें न्याय नहीं मिला तो धरना के बाद आमरण अनशन व आत्मदाह करने के लिए बाध्य होंगे। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माले नेता विक्की राम ने कहा कि मौलिक अधिकार में न्याय और अधिकार के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन करने का अधिकार है।      पुलिस प्रशासन एक दो घटना के उद्भेदन करके हजारों घटनाओं को दबाकर आमलोगों को दर-दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर कर देते है। जिसका उदाहरण सदर थाना कांड संख्या 792/25 है। अनुसंधानकर्त्ता को बदलकर समान की बरामदगी की जाय नही तो उग्र आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर व्यक्ति को न्याय देने की गारंटी करती हैं लेकिन गारंटी के नाम पर हर व्यक्ति का शोषण किया जाता है। पुटपाथ दुकानदार संघ के नगर सचिव सीएम झा ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली पर से आमलोगों का विश्वास हटता जा रहा है। सदर थाना कांड संख्या 792/25 का जल्द उद्भेदन हो। सीपीआई के शंकर कुमार ने कहा कि सदर थाना कांड संख्या 792/25 के अनुसंधानकर्त्ता खुशबू कुमारी के द्वारा लापरवाही बरती जा रही हैं। केस के अनुसंधानकर्त्ता को बदला जाय एवं चोरी की समान की बरामदगी की जाय अन्यथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।   कार्यक्रम में भीम आर्मी के संजय पासवान, रणधीर ठाकुर, नाथो सिंह, मनीष सिंह, नवल किशोर सिंह, मुक्ति साह, कैलाश साह, संतोष सिंह, किशोर सिंह, बाबुल कुमार, अमरजीत राम, गुड्डू कुमार, अनीष कुमार, राजा कुमार, सुनील कुमार, आदित्य कुमार, लालू कुमार, सुनील सिंह, उषा देवी, सोनी देवी, खुशबू सिंह, मिंटू सिंह, मीरा देवी, सीमा देवी, बच्ची देवी सहित कई आमजन मौजूद थे।

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