वामदल ने केंद्रीय गृह मंत्री का फूंका पुतला

सहरसा:-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति संसद में की गई घोर आपत्तिजनक और ओछी टिप्पणी के विरोध में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के निकट वामदल के द्वारा प्रतिरोध स्वरुप केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया गया।           डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान के कारण उन्हें भारतीय संविधान का निर्माता कहा जाता है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को भारत का संविधान पसंद नहीं है इसलिए वे संविधान और उनके रचयिता अंबेडकर दोनों से घृणा करते हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता शब्दों को हटाने की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता संविधान की मूल संरचना के मूलभूत तत्व हैं। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि भारतीय संदर्भ में समाजवादी कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को पुष्ट करता है जो सार्वजनिक क्षेत्र को फलने फूलने की अनुमति देता है। धर्मनिरपेक्षता की व्याख्या समय के साथ विकसित हुई और जहां राज्य किसी भी धर्म को समर्थन या दंड न देकर तटस्थता बनाए रखता है यह दृष्टिकोण संविधान में समानता के अधिकार के रूप में धर्मनिरपेक्षता को रेखांकित करता है। हम सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणियों का स्वागत करते हैं। समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के विचारों को संविधान से अलग नहीं किया जा सकता। सर्वोच्च न्यायालय में याचिका के खारिज होने से बौखलाहट में अमित शाह गृह मंत्री भारत सरकार के द्वारा की गई  टिप्पणी की घोर निंदा करते है।           पुतला दहन कार्यक्रम में भाकपा के जिला सचिव परमानंद ठाकुर, सहायक जिला सचिव अमर कुमार पप्पू, उमेश पोद्दार, खरानंद ठाकुर, रामविलास शाह, राजकुमार चौधरी, उमेश चौधरी, शत्रुघन यादव, बिंदेश्वरी सहनी, रमेश यादव, शंकर कुमार, केदार राम, प्रभुलाल दास, मो. इसराइल, संजय यादव, चंद्रकांत मुखिया, विजय कुमार यादव, संजय पासवान, मिंटू पासवान, अनुराग कुमार, संजीव पासवान, अखिलेश्वर पासवान माले के विक्की राम शामिल थे।

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