तीन दिवसीय इज्तेमा दुआ के साथ संपन्न

पूरे देश वो राज्य के लिए मांगी खुशहाली और अमनचैन की दुआ

अररिया:-ऐ अल्लाह हम गुनहगार हैं, खतावार हैं, बदकार हैं… तेरे हुक्म से गाफिल हैं, लेकिन जो हैं, जैसे हैं तेरे बंदे हैं… ऐ अल्लाह, तू रहीम है, हम पर रहम कर दे… तू करीम है, हम पर करम कर दे।           हमारे गुनाहों का बोझ बहुत है, लेकिन तू गुनाहों को माफ करने वाला है, अपने बंदों पर रहम करने वाला है… हमें भी माफ कर दे…ऐ अल्लाह, सारी दुनिया को इल्म के नूर से रोशन कर दे…ऐ अल्लाह सारी कायनात में अमन, सुकून, भाईचारे की हवाएं चला दे… ऐ अल्लाह इस सूबे, मुल्क को कामयाबी, तरक्की की बुलंदियों से मालामाल कर दे…ऐ अल्लाह दुनिया के हर इंसान को सच्चाई, ईमानदारी और हक पर चलने की आसानी फरमा दे… उक्त बातें बुधवार को सिकटी इंडो-नेपाल सीमा से सटे रंगेली नगरपालिका अंतर्गत सुनवर्षी वार्ड संख्या दस में आयोजित तीन दिवसीय इज्तिमा के अंतिम दिन बुधवार को सामूहिक दुआ के साथ संपन्न हुआ। अंतिम दिन समापन कार्यक्रम की सामूहिक दुआ में पहुंचने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।      अंतिम दिन हजारों लोगों के मजमे की शिरकत के बीच मौलाना साहब ने जब इज्तिमागाह में यह दुआ करवाई तो हर तरफ से उठने वाली आमीन की आवाज ने माहौल को रुहानियत से भर दिया। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के आखिरी दिन बुधवार को सुबह करीब 10 बजे तक बयान चलता रहा। इस दौरान तब्लीग के छह बिंदुओं को तफ्सील से समझाते हुए उन्होंने रवाना होने वाली जमातों को तालीम दी। इस दौरान उन्होंने दुआ को अल्लाह और बंदे के बीच स्थापित होने वाला सीधा कनेक्शन करार दिया।           दुआ से पहले हुआ बयान दुआ-ए-खास से पहले मजमे को खिताब करते हुए मौलाना साहब ने कहा कि तब्लीग का काम हमारे आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्ल के पसंदीदा कामों में से एक है। उन्होंने दीन की खातिर बेहद तकलीफ और परेशानियां उठाई हैं। उन्होंने कहा कि आज इंसान ने अपनी जरूरत को दुनिया के आसपास सीमित कर लिया है। जबकि अपनी असल जिंदगी आखिरत के लिए तैयारी करने की उसे फिक्र नहीं है। आखिरी दिन इज्तिमा में शामिल होने के लिए जन-सैलाब उमड़ पड़ा।          वहीं दूसरी ओर आसपास के ग्रामीण इलाकों से आए सामाजिक कार्यकर्ता तथा सिकटी विधानसभा के भावी प्रत्याशी इंजीनियर मनोज झा अपने साथियों के साथ दुआ में शामिल हुए,उन्होंने भी सभी लोगों के खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। इस तरह तीन दिवसीय इज्तेमा शांतिपूर्वक संपन्न होगया।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
अब पायें अपने शहर के सभी सर्विस प्रवाइडर के नंबर की जानकारी एक क्लिक पर


               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com